Saturday, July 11, 2020

Depression In This Epidemic



                                                     नमस्ते , 

मै विशाल शर्मा आप का दोस्त  ,आज 11-07 -2020 में हम लोग बात करेंगे डिप्रेशन क़े ऊपर --- तो आइये   ------     

                                                

 अच्छा आप सब ने भी देखा होगा , जब से ये कोरोना महामारी हमारे देश में आई है तब से हम सब ने ये वर्ड डिप्रेशन बहुत बार सुना होगा |  मैं आपको अपना खुद का बताऊ तो मैं रोजाना इस शब्द को सुनता हू , लेकिन सोचने वाली  बात ये है की बीते कुछ दिनों में ऐसा क्या हो गया की ये एक नया शब्द हम सब के बिच में  इतना उजागर  हो गया : हालांकि देखा जाये तो ये शब्द नया नहीं है इसका अस्तित्व पहले भी था लेकिन बीते कुछ दिनों में अचानक से ही ये शब्द प्रचलन में आ गया | इसका एक कारन ये भी हो सकता है कि जैसा की आप सबको पता ही है , कितने लोगो का काम छूट गया है ,  कितने लोगो क पास खाने को नहीं है तो हम कह सकते है कि उन लोगो को अपना भविष्य अंधकार में नजर आ रहा था , इसलिए वो शायद डिप्रेशन में चले गए है |     

लेकिन  अभी बीते दिनों हमे एक बहुत ही दुखद समाचार सुनने को मिला , जिसमे हमने हमारी बॉलीवुड इंडस्ट्री के एक उभरते सितारे सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की खबर सुनी , पता चला है की वो भी डिप्रेशन में थे : तो क्या आप को लगता है उन के पास किसी चीज की कोई कमी होगी जाहिर सी बात है नहीं होगी लेकिन फिर भी वो डिप्रेशन जैसी बीमारी की चपेट में थे , तो यहां से एक बात तो साफ़ है कि डिप्रेशन किसी अमीर -गरीब को नहीं देखता जरुरी नहीं की आपके पास पैसा है सब सुविधाएं है तो आप को डिप्रेशन नहीं होगा | 

 जब Lockdown  लगा ही था , 18 मार्च को अनुराग गुप्ता नाम के एक आदमी किसी काम से लखनऊ से बरेली गए थे तो उसी वक़्त lockdown हो गया तो किसी होटल में फ़स गए :ऐसा नहीं है की होटल में किसी तरह की कोई कमी थी -खाना मिल रहा था , टीवी था , फ़ोन था जिससे घर बात कर सके लेकिन कमरे से न नहीं  निकल सकते थे वहा अकेले होने की वजह से वो डिप्रेशन में चले गए और अंत में खुद को फांसी लगा ली , और ये एक खबर नहीं  है रोजाना ऐसे नई नई खबर आती रही है  
                                          

                                              
                                                           

असल में क्या है , हम कोरोना का direct impact देख रहे है, कि एक दिन में कितने मरीज ठीक हो रहे है कितने नए मरीज आ रहे है , हमे बहुत से लोगो का पलायन भी देखा , हमने अपने देश की अर्थव्यवस्था को नीचे जाते भी देखा : ये वो सब है जो नजर आ रहा है लेकिन उसका क्या करे जो दिख नहिब रहा है बस अंदर ही अंदर हमारे देश क युवाओ , बुजुर्गो को खाते जा रहा है ? 

हम पूरी दुनिया को तों  बदल नहीं सकते , लेकिन हम अपने लिए तो कुछ क्र ही सकते है ना  , नीचे दी गयी बातो को ध्यान से पढ़े, उस पर सोचे और हो सके तो अपने लिए इन सभी बातो का पालन करे   :-  

  • नींद पूरी ले : जो लोग अपनी नींद के साथ समझौता करते है उनकी सेहत को गंभीर रूप से नुक्सान पहुंच सकता है | 
  • सोसल मीडिया पर सही गलत न जाने कैसी कैसी खबर आ रही है , महामारी को लेकर अफवाहो से बचे |
  • जितना हो सके काम में वयस्थ रहे , चाहे वो घर के काम हो या आप के ऑफिस के : ये कहना आसान है लेकिन करना थोड़ा मुश्किल लेकिन सोच लीजिये ये दवा है आपको इस महामारी के समय से बाहर निकलने की 
  • जहा तक संभव है , परिवार और दोस्तों से टेलीफ़ोन या किसी भी माध्यम से बाते करते रहिये  : कोरोना की बाते ही नहीं आप नए पुराने वक़्त , फिल्मे और टीवी की बाते भी कर  सकते है | 
  • सबसे अहम बात रूटीन बनाये रखिये , अब सोने का मतलब ये नहीं की आप 12 बजे तक पड़े सो ही रहे है , नियमित रूप से एक समय क अंदर उठिये और तैयार हो जाइये फिर जो भी करना है वो कर सकते है  अपने परिवार के साथ समय बिताइए  | 
और आखिर में बस इतना ही याद रखिये आप अकेले नहीं है , पूरी दुनिया इस महामारी से झूझ रही है , थोड़ा वक़्त खराब है बस  लेकिन कोई बात नहीं  ये वक़्त भी गुजर जायेगा 

                                        


आप लोग मुझ से जुड़े रहिये , अकेला महसूस मत कीजिये हम सब एक परिवार है    --- हस्ते रहिये बस बाकि आप सब के लिए मैं ऐसे ऐसे टॉपिक लाता रहुगा   ||   


                                                                       धन्यवाद 

                                                                  विशाल शर्मा 

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                                             Hello ,

 I  am Vishal Sharma, your friend, today we will talk about depression on 11-07-2020.
            
                  



 Well, all of you must have seen, since this corona epidemic has come in our country, we have heard this word depression many times. If I tell you my own, I hear this word every day, but the thing to think about is what has happened in the last few days that this new word has become so much exposed among all of us: although it is seen The word is not new, it existed even before but in the last few days, suddenly this word came into vogue. One of the reasons for this can also be that as you all know, how many people have been left to work, how many people have no food to eat, then we can say that those people were seeing their future in darkness. , So he may have gone into depression.



But recently we got to hear a very sad news, in which we heard the news of the suicide of Sushant Singh Rajput, a rising star of our Bollywood industry, it has come to know that he was also in depression: so do you think his There will be no shortage of anything, obviously it will not happen, but even then they were in the grip of disease like depression, so one thing is clear from here that depression does not see any rich - poor, it is not necessary that you have money. If you have facilities, you will not have depression.


 When Lockdown was in place, on 18 March, a man named Anurag Gupta went to Bareilly from Lucknow for some work and got locked up in a hotel at the same time: It is not that there was any shortage of any kind of hotel. Was getting, there was a TV, a phone, so that the house could talk but could not get out of the room, being alone, he went into depression and finally hanged himself, and this is not a news everyday. New new news keeps coming

                                 


What is actually, we are seeing the direct impact of Corona, how many patients are recovering in a day, how many new patients are coming, we have also seen the migration of many people, we have also seen the economy of our country going down : This is all that is visible, but what to do with it, which is not visible just inside, the youth of our country is going to eat the elderly?



We cannot change the whole world, but we can do anything for ourselves, do not read the following things carefully, think on it and if possible, follow all these things for yourself: -




  • Get some sleep: Those who compromise their sleep can severely damage their health.
  • Don't know what kind of news is coming on social media right or wrong, avoid rumors about the epidemic.
  • Be as busy in work as possible, whether it is household work or your office: It is easy to say but a little difficult to do but think this is a medicine to get you out of the time of this epidemic.
  • As far as possible, keep talking to family and friends via telephone or any means: Not only can you talk about Corona, you can also talk about new old times, films and TV.
  • The most important thing is to keep the routine, now sleeping does not mean that you are sleeping till 12 o'clock, get up regularly at one time and get ready, then you can do whatever you want to do with your family. Spend it.

And lastly, just remember that you are not alone, the whole world is struggling with this epidemic, some time is bad but just no matter this time will also pass.

                                             




Stay connected with me, don't feel lonely, we are all one family --- stay relaxed, I will keep bringing such topics for all of you.





                                                                       Thank you




                                                                  Vishal Sharma

Vishal tech

Author & Editor

1 comments:

If you have any doubt , please let me know